झुंझुनू, 30 मई: जिला कलेटर डॉ. आरूषी मलिक ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जन समस्याओं के मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए उनका त्वरित समाधान करें। उन्होंने कहा कि समस्या का समाधान उपखण्ड स्तर तक हो ही जाना चाहिए, ऐसा नहीं हो कि किसी व्यित को समस्या समाधान के लिए राज्य स्तर तक जाना पड़े। वे आज कलेटे्रट सभा कक्ष में आयोजित जिला स्तरीय जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सर्तकता समिति की बैठक को संबोधित कर रही थी।
उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि वे किसी भी मामले का समाधान करने के बाद भी उसकी जांच करें, ताकि उसके संबंध में दिए गए निर्णय की समीक्षा हो सके। उन्होंने कहा कि सभी पटवारी एवं ग्रामसेवक मंगलवार एवं शुक्रवार को ग्राम पंचायत मुख्यालय पर उपस्थित रहेंंगे, ताकि आमजन अपनी समस्याओं के संबंध में उनसे सीधी बात कर सके। इसी दौरान पंचायत प्रभारी भी इन दो दिवसों में से एक दिन महीने में दो बार संबंधित ग्राम पंचायत मुख्यालय पर उपस्थित रहेंगे। पटवारी तथा ग्रामसेवक शेष दिन गांवों का दौरा करेंगे।
अवैध खनन तथा ओवर लोड डम्फरों के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जिला कलेटर ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे खनन पट्टों की जांच करवाएं, लास्टिंग की तीव्रता एवं उसमें अपनाये जाने वाली सावधानियों की भी गंभीरता से जांच करवाएं और यदि कहीं नियमों का उल्लंघन हो रहा है तो संबंधित खान को सीज कर दिया जाए। सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के मामलों में उन्होंने सभी तहसीलदारों को निर्देश दिए हैं कि वे 91 के तहत कार्रवाही करें।
अवैध शराब की बिक्री, शराब ठेके तथा ढाबों पर अवैध विद्युत कनेशन, शराब ठेकों पर एम.आर.पी. से ज्यादा पर बिक्री के मामलों पर उन्होंने आबकारी तथा विद्युत विभाग के अधिकारियों को संयुत रूप से कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने सभी तहसीलदारों से कहा है कि यदि वे कहीं भी अतिक्रमण हटवाने जाते हैं तो वे इसकी सूचना पुलिस को दें ताकि उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करवायी जा सके। उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी यदि कहीं भी कानून व्यवस्था का उल्लंघन यथा अवैध शराब बिक्री, अवैध खनन, ओवर लोडिंग जैसी कोई भी समस्या देखता है तो उसकी सूचना तुरंत संबंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारी को दे, ताकि उस मामले में तुरंत कार्यवाही की जा सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को आश्वस्त किया कि शिकायत मिलने पर उस पर तुरंत कार्यवाही की जाएगी। बैठक में मण्डावा विधायक नरेन्द्र कुमार, ए.डी.एम. सुरेन्द्र माहेश्वरी, सभी उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, विकास अधिकारी, जलदाय, विद्युत, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंताओं सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि वे किसी भी मामले का समाधान करने के बाद भी उसकी जांच करें, ताकि उसके संबंध में दिए गए निर्णय की समीक्षा हो सके। उन्होंने कहा कि सभी पटवारी एवं ग्रामसेवक मंगलवार एवं शुक्रवार को ग्राम पंचायत मुख्यालय पर उपस्थित रहेंंगे, ताकि आमजन अपनी समस्याओं के संबंध में उनसे सीधी बात कर सके। इसी दौरान पंचायत प्रभारी भी इन दो दिवसों में से एक दिन महीने में दो बार संबंधित ग्राम पंचायत मुख्यालय पर उपस्थित रहेंगे। पटवारी तथा ग्रामसेवक शेष दिन गांवों का दौरा करेंगे।
अवैध खनन तथा ओवर लोड डम्फरों के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जिला कलेटर ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे खनन पट्टों की जांच करवाएं, लास्टिंग की तीव्रता एवं उसमें अपनाये जाने वाली सावधानियों की भी गंभीरता से जांच करवाएं और यदि कहीं नियमों का उल्लंघन हो रहा है तो संबंधित खान को सीज कर दिया जाए। सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के मामलों में उन्होंने सभी तहसीलदारों को निर्देश दिए हैं कि वे 91 के तहत कार्रवाही करें।
अवैध शराब की बिक्री, शराब ठेके तथा ढाबों पर अवैध विद्युत कनेशन, शराब ठेकों पर एम.आर.पी. से ज्यादा पर बिक्री के मामलों पर उन्होंने आबकारी तथा विद्युत विभाग के अधिकारियों को संयुत रूप से कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने सभी तहसीलदारों से कहा है कि यदि वे कहीं भी अतिक्रमण हटवाने जाते हैं तो वे इसकी सूचना पुलिस को दें ताकि उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करवायी जा सके। उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी यदि कहीं भी कानून व्यवस्था का उल्लंघन यथा अवैध शराब बिक्री, अवैध खनन, ओवर लोडिंग जैसी कोई भी समस्या देखता है तो उसकी सूचना तुरंत संबंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारी को दे, ताकि उस मामले में तुरंत कार्यवाही की जा सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को आश्वस्त किया कि शिकायत मिलने पर उस पर तुरंत कार्यवाही की जाएगी। बैठक में मण्डावा विधायक नरेन्द्र कुमार, ए.डी.एम. सुरेन्द्र माहेश्वरी, सभी उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, विकास अधिकारी, जलदाय, विद्युत, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंताओं सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।