सीकर, 20 मई : जिला कलेटर एस.एस.सोहता ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, समस्त उपखण्ड़ अधिकारियों, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें के निदेशक के निर्देशानुसार मौसमी बीमारियों, जलजनित बीमारियों के रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण की कार्यवाही को सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा हैं कि मौसम परिवर्तन व अधिक गर्मी के कारण जल स्तर नीचा होने तथा जनसाधारण को व्यितगत स्वास्थ्य के प्रति जानकारी नहीं होने, आदतों में लापरवाही बरतने, स्वच्छ पेयजल आपूर्ति नहीं होने से मौसमी बीमारियां, जलजनित बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती हैं। मौसमी बीमारियां जैसे हैजा, आन्त्रशोध, उल्टी दस्त, पीलिया, लू तापघात, खसरा, मस्तिष्क, ज्वार, मलेरिया, डेंगू, मोतीझरा, पेट दर्द, खांसी, जुकाम, वायरल फीवर आदि बीमारियां अधिक होने की आशंका अधिक रहती हैं। दूषित पानी, भोजन, सडे-गले फल सिजयों के खाने, बासी भोजन के उपयोग से सामान्यतया मौसमी बीमारियों के रोगी अधिक होते है, इसके लिए जिला स्तर, लाक स्तर पर गठित रेपिड रेस्पोन्स टीमों को सतर्क व सुदृढ़ किया जावे तथा चिकित्सा दलों को जीवन रक्षक औषधियों तथा लीचिंग पाउण्डर की उपलधता का भण्डारण सुनिश्चित किया जावें। उन्होंने जलदाय विभाग के कर्मचारियों से समन्वय स्थापित कर लीकेज पाईप लाइनों की जांच कराते हुए जल शुद्वीकरण एवं शुद्घ पेयजल आपूर्ति कराई जाने, जलदाय विभाग, चिकित्सा विभाग एवं पर्यावरण विभाग के कर्मचारियों की संयुत टीम गठित की जाने, टीम द्वारा पेयजल स्त्रोतों के नमूने लेकर प्रयोगशाला में जांच हेतु भिजवाये जाने, जिले में नियमित जल शुद्घीकरण एवं नमूनीकरण की कार्यवाही की जाने तथा अशुद्घीकरण पाये गये पेयजल स्त्रोतों का सुपरलोरिनेशन करवायें जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा हैं कि सार्वजनिक स्थानों एवं विद्यालयों के आस-पास पेयजल स्त्रोतों के पास गंदा पानी इकट्ठा नहीं होने दें व जल शुद्घीकरण की कार्यवाही की जावें एवं क्षेत्र में स्थित आइस फैट्री एवं आइस कैण्डी के विक्रेताओं पर कड़ी नजर रखी जावें व अधिक से अधिक नमूनीकरण की कार्यवाही की जावे, रोगों के निदान एवं उपचार हेतु जल, मल, खून एवं उल्टी के नमूने लिये जाकर समय रहते जांच कराई जाने, प्रत्येक पखवाड़े में जिला अधिकारियों द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कार्य का निरीक्षण करने, किये गये कार्य की साप्ताहिक समीक्षा की जाकर जिला कलेटर, उपखण्ड़ अधिकारी एवं जिला प्रशासन व स्वयं सेवी संस्थाओं को आवश्यक कार्यवाही से अवगत कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने रोगों से बचाव एवं उपचार हेतु जनसाधारण को प्रचार-प्रसार के माध्यम से जानकारी दी जाने एवं साप्ताहिक सूचना प्रत्येक सोमवार को आवश्यक रूप से निदेशालय में भिजवाया जाना सुनिश्चित करने, दिये गये निर्देशों की पालना रिपोर्ट निदेशालय में भिजवाई जाने तथा किसी भी प्रकार की बीमारी का प्रकोप होने पर दैनिक सूचना, दूरभाष, फैस नम्बर 0141-2225624, 0141-2224831, 0141-222500 तथा विशेष परिस्थियों में फैस नम्बर 0141-2229858 पर भिजवाया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश सम्बन्धित को दिए हैं।
Subscribe Via Email
Subscribe to our newsletter to get the latest updates to your inbox. ;-)
SVEEP On Twitter
SVEEP On Youtube
SVEEP On Facebook
Jhunjhunu Sveep Portal
Please Wait 30 Seconds...!!!Skip