स्वीप समिति के अध्यक्षों- नोडल अधिकारियों की राज्य स्तरीय कार्यशाला

 मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अशोक जैन ने लोकसभा चुनाव के लिए स्वीप कार्यक्रम के जरिए मतदाता जागरूकता अभियान को व्यापक बनाने का आह्वान किया हैं। उन्होंने कहा कि शहरों से लेकर सुदूर गांव ढाणियों तक मतदान के प्रति अलख जगाने के लिए जिला स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
श्री जैन शुक्रवार को शासन सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में स्वीप (सिस्टेमेटिक वोटर एजुकेशन एण्ड इलेक्ट्रोरल पार्टिसिपेशन) समितियों के अध्यक्ष एवं नोडल अधिकारियों की राज्य स्तरीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में विचार प्रकट कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा स्वीप कार्यक्रम के जरिए मतदाताओं को मताधिकार के प्रति जागरूक बनाने के उद्देश्य से विधानसभा चुनाव के दौरान चलाए गए अभियान की वजह से ही 75 प्रतिशत से अधिक मतदान संभव हुआ। इस दौरान प्रदेश में पहली बार महिलाओं और युवाओं ने भी सक्रियता के साथ वोट देकर एक नया कीर्तिमान बनाया। उन्होंने कहा कि हमें इस माहौल का पूरा लाभ उठाते हुए लोकसभा चुनाव में भी 75 प्रतिशत से अधिक मतदान के लक्ष्य को पूरा करने के पुरजोर प्रयास करने चाहिए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य स्तर पर स्वीप के माध्यम से किए जा रहे प्रयासों को और अधिक सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से ही 19 मार्च को निर्वाचन विभाग द्वारा अपने फेसबुक पेज, मोबाइल एप्स तथा मतदान के प्रति जागरूकता के लिए कॉलर ट्यून का शुभारम्भ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वीप कार्यक्रम के जरिए हमने विधानसभा चुनाव में इस भ्रांति को भी दूर करने में सफलता पाई जिसके लिए अक्सर यही कहा जाता था कि शहरी मतदाताओं का वोट देने में रूझान कम रहता हैं। इस बार महिलाओं, पुरुषों एवं युवाओं ने शहरों तथा गांवों में लगभग समान रूप से मताधिकार किया।
उन्होंने कहा कि यह स्वीप कार्यक्रम का ही प्रभाव है कि विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण और 9 मार्च को आयोजित एक दिवसीय विशेष शिविर में मिलाकर करीब 25 लाख मतदाताओं ने नाम जुड़वाने के लिए आवेदन किया है। पहली बार यह भी देखने में आया कि कतिपय मतदाता यदि किसी कारणवश वोट नहीं दे पाया तो उसे इस बात का अफसोस रहा कि वह वोट देने क्यों नहीं जा सका अथवा उसका नाम मतदाता सूची में नहीं था।
श्री जैन ने जिला स्तरीय अधिकारियों से कहा कि राज्य स्तर से उन्हें स्वीप कार्यक्रम में नवाचार करने तथा उसे अपनी तरह से आकर्षक बनाने की पूरी छूट दी गई हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के पूर्व हालांकि समय की कमी रहेगी फिर भी होली के पश्चात् स्वीप कार्यक्रम को पूरे जोर- शोर से एक उत्सव के मानिंद ही राज्य के कोने-कोने में चलाने के लिए सभी को साथ लेकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों, तकनीकी शिक्षण संस्थाओं में नियुक्त कैम्पस एम्बेसेडर का प्रभावी इस्तेमाल करते हुए नारे लिखने, वाद विवाद, पोस्टर बनाने आदि की प्रतियोगिताएं करवाई जाएं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन सभी संस्थाओं तथा स्कूलों में मतदान के प्रति जागरूकता के लिए संकल्प पत्र विद्यार्थियों के साथ ही उनके परिवारजन से भी भरवा कर मंगवाएं जाएं। स्कूल परिसर में ही बच्चों से संकल्प पत्र भरवाने तथा वाद-विवाद, नारा लेखन जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी जगह स्कूली बच्चों को स्वीप के लिए संचालित बाहरी गतिविधियों में उपयोग नहीं किया जाए। महाविद्यालयी युवाओं को ही रैलियों, प्रभात फेरियों आदि गतिविधियों में शामिल किया जाएं।
श्री जैन कहा कि थोड़ी बहुत कमियों को छोडक़र विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान के लिए फोटोयुक्त मतदाता पर्ची का प्रयोग सफल रहा हैं, इसे लोकसभा चुनाव में भी जारी रखते हुए इस बात कि मॉनिटरिंग की जाए की यह पर्ची शत प्रतिशत मतदाताओं तक पहुंच जाएं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को जागरूक बनाने की दिशा में महिला आंगनबाड़ी कार्यकताओं, आशा सहयोगिनियों, साथिनों सहित अन्य महिला सहायता समूहों का सहयोग भी लिया जाएं। जिला स्तर पर एनजीओं, व्यापारिक, रिएल एस्टेट जैसे संगठनों का भी सहयोग लिया जाए और जरूरत पडऩे पर कार्यक्रमों को प्रायोजित करने वालों का भी सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि स्वीप कार्यक्रम के जरिए जबरदस्त वातावरण निर्माण करने की दिशा में बैंकिंग संस्थाओं द्वारा भी होर्डिंग्स पर स्लोगन आदि दर्शाने के लिए नि:शुल्क सहयोग देने पर निर्णय हो चुका हैं। बसों में भी प्रचार के पैनल लगाए जाएं तथा जिलों एवं कस्बों में बस अड्डों पर इनकी मॉनिटरिंग भी की जाएं।
कार्यशाला में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. रेखा गुप्ता ने स्वीप के सभी नोडल अधिकारियों से आग्रह किया हैं कि वे लोकतंत्र के इस महायज्ञ में समर्पण की भावना से अपने कार्यों को अंजाम दें। स्वीप कार्यक्रम में ऐसे नवाचार करें जिससे कि लोगों का मतदान के प्रति आकर्षण बढें। उन्होंने कहा कि गत विधानसभा चुनाव के दौरान स्वीप कार्यक्रम के जरिए मतदान के प्रति जो चेतना जन-जन में जगाई गई उसकी भारत निर्वाचन आयोग स्तर तक सराहना हुई है और यही वजह हैं कि प्रदेश को उत्कृष्ट चुनाव प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया।
उन्होंने कहा कि स्वीप कार्यक्रम के लिए राज्य स्तर पर जो कार्यक्रम क्रियान्वित किए गए हैं उन्हें सभी नोडल अधिकारी जिला स्तर पर गांव-गांव, ढ़ाणी-ढ़ाणी तक ले जाएं और मतदाताओं को मतदान के प्रति आकर्षित करें। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग से स्वीकृत स्वीप प्लान की जानकारी भी दी।
स्वीप के नोडल आफिसर श्री अशोक पारीक ने कार्यशाला में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से स्वीप के विभिन्न पक्षों पर विस्तृत जानकारी दी। बैठक में स्वीप की राज्य स्तरीय प्रभारी अधिकारी डॉ. प्रतिभा सिंह और उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री विनोद पारीक सहित निर्वाचन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।